अधिकारियों के मुताबिक विद्रोहियों ने उत्तरी अफगानिस्तान में कम से कम 50 लोगों को मार डाला है जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। लड़ाकों ने सरेपुल प्रांत के सय्याद जिले में मिर्जा वालिंग क्षेत्र में शनिवार की रात स्थानीय पुलिस की एक सुरक्षा चौकी पर हमला किया।
प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता ज़बीह अल्लाह अमानी ने कहा कि इसके बाद वह गांव में प्रवेश कर गए और महिलाओं और बच्चों सहित सीरियाई नागरिकों को गोलियों का निशाना बनाना शुरू कर दिया। उन नागरिकों की बड़ी संख्या शिया मुसलमानों की थी। और उसके आस-पास मौजूद घरों को आग लगा दी। प्रवक्ता के अनुसार आम नागरिक बर्बर और अमानवीय तरीके से हत्या किए गए।
तालिबान ने आम नागरिकों की मौत का खंडन करते हुए कहा है कि उसके लड़ाकों ने 28 सुरक्षाकर्मियों को मार डाला है।राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस हमले की निंदा की है और इसे युद्ध अपराध करार दिया है।अफगानिस्तान में हाल के महीनों में हमलों में तीव्रता आ गई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार केवल इसी वर्ष छमाही में 1662 नागरिक मारे गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या में वृद्धि हो। ये सैनिक देश में सेना और पुलिस की मदद कर रहे हैं।
अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने ट्विटर पर इस हमले की निंदा की है। उन्होंने लिखा है कि सय्याद जिले में बेगुनाह नागरिकों पर हमले से मैं बहुत दुखी हूँ। नागरिकों की हत्या करना पागलपन, अमानवीय और बर्बर काम है।