25 साल तक सीएम रहने के बावज़ूद माणिक सरकार के पास नहीं है रहने के लिए अपना घर

25 साल तक त्रिपुरा​ में सरकार चलाने वाले पूर्व सीएम माणिक सरकार के पास आवास नहीं है। राज्य का मुख्यमंत्री आवास खाली करने के बाद उनके पास खुद का घर नहीं है ऐसे में वह अपनी पत्नी पांचाली भट्टाचार्जी के साथ सीपीएम दफ्तर के ऊपर स्थित दो कमरों के फ्लैट में रहेंगे।

माणिक सरकार ने विधायकों के छात्रावास में रहने से इनकार कर दिया है। माणिक ने अपना पैतृक आवास अपनी बहन को दान कर दिया था और उनकी पत्नी केंद्रीय कर्मचारी हैं। त्रिपुरा सीपीएम के महासचिव ने बताया कि पार्टी दफ्तर में न्यूनतम जरूरतों के सभी सामान मौजूद हैं।

उन्होंने बताया कि माणिक पहले भी पार्टी दफ्तर में रह चुके हैं। उनकी तरह ज्यादातर नेता सादा जीवन जीते हैं। त्रिपुरा के कुछ पूर्व मंत्री विधायक आवास में शिफ्ट हो गए हैं। वहीं सीपीआईएम के तीन विधायक माणिक डे, नरेश जमातिया और मणेंद्र रिएंग अपने गांवों की तरफ लौट गए हैं।

वही त्रिपुरा की कमान संभालने जा रहे बिप्लब देब ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में माणिक सरकार अच्छा सरकारी आवास और अन्य प्रोटोकॉल सुविधाओं के हकदार हैं।

सूबे में विपक्ष के नेता को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा और वह भत्तों के हकदार होंगे। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के निर्माण के लिए माणिक सरकार ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।

बता दें कि बतौर मुख्यमंत्री माणिक सरकार की संपत्ति देश के अन्य मुख्यमंत्रियों के मुकाबले बेहद कम थी। वह अपनी सैलेरी का ज्यादा हिस्सा पार्टी को दान कर देते थे और वह सरकार द्वारा मिलने वाली ज्यादातर सुविधाएं भी नहीं लेते थे।