OIC का बहिष्कार करके क्या पाया पाकिस्तान?

भारत की मौजूदगी के चलते पाकिस्तान ने इस्लामिक सहयोग संगठन का बहिष्कार करने का एलान किया है। आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सम्मेलन में हिस्सा ले रही हैं और इस दौरान वह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठा सकती हैं।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, भारत को इस मंच पर आमंत्रित किया जाना पाकिस्तान के लिए करारा झटका माना जा रहा है। ये वाकया बदलते अंतर्राष्ट्रीय परिदृष्य का संकेत भी दिखाता है।

ये पहली बार है जब ओआईसी ने भारत को अपने मंच पर आमंत्रित किया है और इसी को लेकर पाकिस्तान नाराज है। नाराजगी इस कदर कि उसने विदेश मंत्रियों सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आज कहा कि चूंकि भारतीय विदेश मंत्री को यहां आमंत्रित किया गया है इसलिए पाकिस्तान इसमें हिस्सा नहीं लेगा।

सुषमा स्वराज एक मार्च यानी आज अबू धाबी में बैठक के उद्घाटन सत्र को सम्मानित अतिथि के रूप में संबोधित करेंगी। अधिकारियों ने इस बैठक में भारत को आमंत्रित किए जाने को अरब और मुस्लिम-बहुल देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों में विदेश नीति की महत्वपूर्ण सफलता बताया है।

सुषमा स्वराज आज दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआती पूर्ण बैठक में शामिल हो रही हैं। यह पहली बार है जब भारत को सम्मानित अतिथि के रूप में ओआईसी बैठक में आमंत्रित किया गया है। इस्लामी सहयोग संगठन 56 देशों का प्रभावशाली समूह है।

भारत को आमंत्रित किए जाने को लेकर पाकिस्तान नाराज है और सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया है। पाकिस्तान की संसद में भी इसकी गूंज उठी थी और इस मुद्दे पर इमरान सरकार को विपक्ष का साथ भी मिला था।