पटना। बिहार के उर्दू बंगला टी ई टी पास बहाली से वंचित अभ्यर्थियों द्वारा धरना-प्रदर्शन का आज तीसरा दिन था। बता दूं की आज यह प्रदर्शन उग्र रहा।
उर्दू अभियर्थियों की पूलिस बल से झड़प हो गई। दिन भर उन्हें कड़ी सुरक्षा में रखा गया। उर्दू अभियार्थी विधानसभा घेराव करने के लिए 10 बजे गर्दनी बाग से निकले थे। रास्ते में ही उन्हें सुरक्षा बल ने दिन भर रोके रखा।
इसी क्रम में अभ्यर्थी दिन भर बिहार सरकार एवं शिक्षा मंत्री के विरुद्ध नारे लगाते रहे। टी ई टी प्रतिनिधि मंडल को सचिवालय ले जाया गया सचिवालय के डायरेक्टर ने बताया कि अभी आपकी बहाली नही हो सकती क्योंकि बहाली का नियामावली रद्द हो चुका है जब तक नियामावली फिर से लागू नही हो जाता कोई भी बहाली नही हो सकती।
इस आश्वासन को नकारते हुए अभियर्थियों ने धरना-प्रदर्शन पर बने रहने का फैसला लिया है।
गौरतलब है कि सरकार ने 27000 उर्दू सीटों को भरने के लिए 2013 में उर्दू बंगला स्पेशल टी ई टी की परीक्षा का आयोजन किया था। जिसमें लगभग 16000 अभियार्थी पास हुए। जिनमें से लगभग 11000 अभियार्थियों की बहाली हो चुकी है, जबकि बाकी बचे अभियार्थी दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं, सरकार इनकी सुनने को राजी नहीं हैं। अब अभियार्थियों ने यह फैसला लिया है कि जबतक सरकार हमें बहाल करने का फैसला नही लेगी, हम यहां से नहीं जाएंगे।