योगी सरकार आने के बाद नौकरी छोड़ रहे सरकारी डॉक्टर

लखनऊ: योगी सरकार के सरकारी डाक्टरों पर सख्ती के फैसले के बाद अब डाक्टरों ने निजी प्रैक्टिस को बचाए रखने के लिए सरकारी नौकरी को छोड़ने का फैसला कर लिया है। राज्य के कई सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डाक्टरों ने इस्तीफा देने की मुहिम चला दी है। इस्तीफा देने के लिए निजी कारणों का हवाला दे रहे हैं। देश में सरकारी नौकरी पाने की होड़ मची हुई लेकिन उत्तर प्रदेश में सरकारी डाक्टर के निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के आदेश के बाद सरकारी डाक्टरों के मौज के दिन खत्म होते नज़र आ रहे हैं। यूपी के अधिकांश सरकारी अस्पतालों का ये हाल है कि अस्पताल अगर आठ बजे खुलता है तो डाक्टर साहब लोग 11 बजे आते हैं और दो चार घण्टे बिताने के बाद वो सीधे प्राईवेट नर्सिंग होम की याद आ जाती है यहां तक सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीज़ों को भी प्राईवेट नर्सिंग होम में मिलने की सलाह देकर दोनों हाथों से पैसे लूटने का काम करते हैं।
योगी सरकार के फैसले के बाद दिन दूना और रात चौगुना तरक्की करने वाले सरकारी डाक्टरों को अब उनका भविष्य सरकारी अस्पताल में नहीं बल्कि निजी चिकित्सा संस्थानों में दिख रहा है। इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद , बागपत, जौनपुर, आज़मगढ़ जैसे शहरों में डाक्टरों के इस्तीफे की खबरें आ रही है। ज्यादातर इस्तीफा देने वाले डाक्टरों ने निजी कारणों का हवाला दे रहे है और प्राईवेट नसिंग होम में शिफ्त होने लगे है और ज्यादातर ने खुद का नसिंग होम खोल लिया है। अब नई सरकार आने के बाद डाक्टरों के बुरे दिन आ गए हैं।