राज्य विधानसभा चुनावों के कुछ महीनों पहले, गुजरात सरकार ने गुरुवार को एक बार फिर विवादास्पद कोटा मुद्दे को हल करने के लिए वार्ता के लिए पाटीदार समुदाय के नेताओं को आमंत्रित किया। जिसमें उन्होंने बड़े पैमाने पर भीड़ इकट्ठा किया।
मीडिया से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि उन्होंने और अन्य पार्टी के नेताओं ने अपनी मांगों पर चर्चा करने के लिए 26 सितंबर को सभी पार्टीदार समुदाय और सामुदायिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
हालांकि श्री पटेल ने कहा, “मुझे सरकार से वार्ता के लिए कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।” सूत्रों के मुताबिक सरकार का नवीनतम कदम हार्दिक पटेल और उनके सहयोगियों को अलग करना है। जो खुले तौर पर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ राज्य में प्रचार कर रहे हैं।
मीडिया सुत्रों को पाटीदार नेता ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, “ऐसा लगता है कि बीजेपी कोटे के मुद्दों पर बातचीत के लिए सामुदायिक नेताओं को आमंत्रित करने के लिए हार्दिक अलग करना चाहता है।” हालांकि इस मामले में अभी तक कोई जानकारी नहीं है।