नई दिल्ली। एयर इंडिया की एक एयर होस्टेस ने एक वरिष्ठ अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है जिस पर संज्ञान लेते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने विमानन कंपनी से इस मुद्दे का समाधान करने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा है। प्रभु को लिखे गए एक पत्र में एयर होस्टेस ने सरकार से घटना की जांच के लिए एक निष्पक्ष जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है।
पत्र के जवाब में नागरिक उड्डयन मंत्री ने ट्वीट किया , ‘एयर इंडिया के सीएमडी से तत्काल मामले का समाधान करने को कहा है। अगर जरूरत हुई तो समिति गठित की जाएगी।’ एयर होस्टेस ने आरोप लगाया है कि वरिष्ठ अधिकारी पिछले 6 साल से उसका उत्पीड़न कर रहा है।
25 मई को लिखे अपने पत्र में महिला ने कहा है कि वरिष्ठ अधिकारी एक दरिंदा है और उसने उसका यौन उत्पीड़न किया, उसे अपशब्द कहे, उसकी उपस्थिति में अन्य महिलाओं के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने लिखा, ‘उसने मेरा अपमान किया और जब मैंने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया जो मुझे पद और सुविधाएं देने से इनकार किया।
एयर होस्टेस ने बताया कि पिछले साल सितंबर में उसने एयर इंडिया से इसकी शिकायत की थी और एयरलाइन के सीएमडी को फोन किया था लेकिन इस मामले में कुछ नहीं हुआ। परिचारिका ने एयरलाइन के महिला प्रकोष्ठ पर इस मुद्दे से अपना हाथ खींच लेने का आरोप लगाया।
उन्होंने पत्र में लिखा, ‘शिकायत समिति ने वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारी को तलब करने में ही तीन माह लगा दिए और उसे कभी जिरह करने का मौका नहीं दिया। जब हमने खुद ही उनसे पूछताछ के बारे में सोचा तो समिति ने हमें बुलाने की जरूरत नहीं समझी।’