नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अब लोगों की निगाहें कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई हैं। बता दें कि कर्नाटक में जहां एक तरफ भाजपा सेंध मारना चाहती है तो वहीँ दूसरी तरफ कॉंग्रेस अपने वजूद के लिये लड़ रही है। लेकिन इन सब के बीच ओवैसी ने एंट्री मारकर राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त उथलपुथल मचा दी है। जिसके कारण लोगों की निगाहें एआईएमआईएम पर टिकी हुई हैं।
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खबर के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा की पार्टी जनतादल सेक्युलर का एआईएमआईएम के साथ गठबंधन तय माना जा रहा है। लेकिन इस बारे में किसी भी दल अपने पत्ते नहीं खोले हैं। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 40 उम्मीदवारों के मैदान में उतारने की संभावना जताई जा रही ही। वहीँ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पार्टी की कर्नाटक इकाई से चुनावी रणनीति तय करने के लिए मुलाकात करेंगे।
आप को बता दें कि एआईएमआईएम कर्नाटक के एक नेता ने बताया कि हमें जेडी (एस) की तरफ से गठबंधन के मामले में अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि हमसे राज्यसभा चुनाव तक इंतज़ार करने को कहा गया था। उनहोंने यह भी बताया कि हम 40 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने पर विचार कर रहे हैं।