अजमेर की सेंट्रल जेल में बंद 140 कैदी रोजा रख रहे हैं। हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का प्रबंधन संभालने वाली दरगाह कमेटी रोजाना इन रोजेदार को पांच किलो खजूर भेजती है। बंदी होने के कारण इन्हें उनके परिजन जेल में सेहरी और इफ्तार का सामान नहीं पहुंचा सकते।
कमेटी के दारोगा मोबीन अहमद खान ने बताया कि जेल में बंद रोजेदारों के लिए प्रतिदिन पांच किलो ईरानी खजूर पहुंचाई जा रही है। इस खजूर से ही रोजा इफ्तार किया जाता है। दो केन मीठे के भी प्रतिदिन पहुंचाए जाते हैं।
कमेटी की ओर से प्रतिदिन ही रोजेदार कैदियों के लिए रोजाना 35 किलो फल कमेटी की ओर से बंदियों को इफ्तार के लिए दिए जा रहे हैं। इधर, गरीब नवाज सूफी मिशन सोसायटी ने भी जेल में बंदियों के लिए एक दिन का रोजा इफ्तार कार्यक्रम आयोजित किया। रोजेदारों को इफ्तार कराया गया।
सोसायटी के सदर शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती ने सभी बंदियों को टोपी, तस्बीह भी उपलब्ध कराईं। अजमेर सेंट्रल जेल अधीक्षक संजय यादव के अनुसार अधिकांश बंदी अंडर ट्रायल हैं और रोजे की हालत में इनसे भारी काम नहीं लिए जाते।