नई दिल्ली: अकबर खान हत्या मामले में राजस्थान सरकार इस समय बैकफुट पर आ गई, जब घटना को लेकर कायम की जाने वाली राजस्थान पुलिस अधिकारीयों पर शामिल आला सदसीय कमीटी ने यह स्वीकार किया कि पुलिस से गलती हुई है और अगर मुस्तैदी दिखाते तो हादसे को रोका जा सकता था और अकबर खान को बचाया जा सकता था।
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ख्याल रहे कि राजस्थान सरकार के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने पिछले दिनों उदयपूर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि पुलिस की कोई लापरवाही नहीं है और पुलिस ने ठीक काम किया है। हालाँकि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने एक तीन सदसीय कमीटी भी गठन की है जो इस बात की जाँच करेगी कि पूरे मामले में पुलिस की क्या भूमिका है।
इस रिपोर्ट को डीजीपी को सोंपा जाएगा। इसके अलावा आला पुलिस अधिकारीयों पर शामिल उच्च स्तरीय जांच कमीटी के सदस्यों ने रामगढ़ थाने के अलावा लालवंडी गाँव के उस खेत का भी मुआयना किया जहाँ वारदात अंजाम दी गई थी और थाने में और थाने में भी पुलिस कर्मियों से बातचीत की।