अॉल इंडिया कांग्रेस कमेटी में राष्ट्रीय प्रवक्ता में अब कोई भी मुस्लिम लीडर शामिल नहीं!

कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है? यह अक्सर इल्ज़ाम लगता आया है। इसमें कोई शक नहीं कि भारत के मुसलमान आजादी की लड़ाई के दौरान से ही कांग्रेस से जुड़ा रहा है। देश की आजादी के लड़ाई में जितना कांग्रेस का योगदान रहा है, उससे कहीं भी मुसलमानों का योगदान कम नहीं रहा है।

शायद यही वजह है कि मुस्लिम हमेशा कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और अपनी राजनीति भी इसी पार्टी से जुड़कर हमेशा से करते रहे हैं। लेकिन आज हालात बदल गयी है।

आलम यह है कि आज कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय स्तर पर एक भी प्रवक्ता नहीं है। यह हैरान करने वाली बात है। ऐसा कांग्रेस न क्यों किया है, यह कहना मुश्किल है। इससे पहले मीम अफजल सहित कई दिग्गज मुस्लिम नेता राष्ट्रीय प्रवक्ता रह चुके हैं।

इससे पहले आज तक पर छपी खबर के अनुसार, कांग्रेस के मुसलमानों की पार्टी होने के मुद्दे पर सियासी तकरार बढ़ती जा रही थी। बीजेपी प्रवक्ता संबिता पात्रा ने दावा किया था कि कांग्रेस के माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष नदीम जावेद ने एक इंटरव्यू में पार्टी को मुस्लिमों की पार्टी बताया है।

वहीं कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि बीजेपी पार्टी के बारे में झूठ फैला रही है। पार्टी ने कभी भी इस तरह का दावा नहीं किया है।

संबिता पात्रा ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा, ‘कांग्रेस माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष नदीम जावेद ने इंक़लाब अखबार से इंटरव्यू में इस बात को दोहराया है कि राहुल गांधी ठीक कहते हैं कि ‘हां कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है’।

जावेद आगे कहते हैं कि राहुल गांधी मुस्लिम अकलियत के साथ बैठक कर रहे हैं और जल्द ही उनकी अध्यक्षता में मुस्लिमों का एक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।