आदिवासी परिवार के साथ अमित शाह ने खाना तो खाया, पर शौचालय कहाँ है ये पूछना भूल गए

मध्य प्रदेश: दिन चुनाव प्रचार के हैं। तलाश है तो किसी आदिवासी, दलित या गरीब के घर की जहाँ बैठ खाना खाया जा सके। खाना चाहे पास के होटल से पैक करवाकर मंगवाया गया हो या मंत्री जी के आने से पहले रसोइये भेज बनवाया गया हो। आप बस समझिये कि मजबूरी है। चुनाव सर पर हैं अब क्या फर्क पड़ता है कि जहाँ खाना खाया उस घर में शौचालय है भी या नहीं। हमें बस इतना पता है कि चुनाव सर पर हैं और गरीब, फटे हाल लोगों के साथ फोटो खिंचवाना जरूरी भी है और मजबूरी भी।

देश भर में साढ़े चार करोड़ शौचालय बनवाने का दावा करने वाले अमित शाह आज कल चुनावी दौरों पर हैं। और चुनाव क्षेत्र के कोने कोने में गरीबों से मिल रहे हैं इस दौरान एक आदिवासी परिवार के साथ खाना खा फोटो खिंचवाने पहुंचे अमित शाह आज मीडिया की सुर्ख़ियों में हैं। दरअसल बात यूँ है कि रविवार के दिन शाह जिस आदिवासी के घर भोजन करने गए, उसके यहां शौचालय ही नहीं था।

आपको बता दें कि अमित शाह भोपाल के तीन दिवसीय प्रवास पर हैं जिस दौरान रविवार दोपहर सेवनियां गौड़ गांव में आदिवासी कमल सिंह उईके के घर पहुंचे और जमीन में बैठकर दाल-बाटी खाई। लेकिन प्रदेश में बीजेपी का राज होने के बावजूद कमल सिंह उईके को सुबह शाम के वक़्त खुले में शौच जाने की  जिल्लत से छुटकारा नहीं मिल पाया है।