भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एक बयान को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कॉग्रेस पार्टी ने उनके बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेती अखिलेशी पी. सिंह ने कहा है कि अमित शाह का यह बयान गांधी जी और उनके जाति का अपमान है। अमित शाह को इस तरह गांधी जी का उपहास उड़ाने पर तुरंत माफी मांगनी चाहिए।
यह विवाद छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुए एक कार्यक्रम में अमित शाह के बयान को लेकर शुरू हुआ है। दरअसल, अमित शाह ने 2018 में होने वाले चुनाव के लिए एक कार्यक्रम बोल रहे थे। उसी दौरान उन्होंने महात्मा गांधी का जिक्र करते तुम तड़ाक जैसे शब्दों का प्रयोग किया और उन्हें एक ‘चतुर’ बनिया कहकर संबोधिक किया।
अमित शाह कार्यक्रम में कहा, “कांग्रेस किसी एक विचारधारा के आधार पर किसी एक सिद्धांत के आधार पर बनी हुई पार्टी ही नहीं है। वो आजादी प्राप्त करने का एक स्पेशल पर्पज व्हीकल है। आजादी प्राप्त करने का एक साधन था। और इसलिए महात्मा गांधी ने दूरंदेशी के साथ, बहुत चतुर बनिया था वो, उसको मालूम था कि आगे क्या होने वाला है। उसने आजादी के बाद तुरंत कहा था-कांग्रेस को बिखेर देना चाहिए। महात्मा गांधी ने नहीं किया, लेकिन अब कुछ लोग उसको बिखेरने का काम समाप्त कर रहे हैं। इसलिए ही कहा था महात्मा गांधी ने क्योंकि कांग्रेस की कोई विचारधारा ही नहीं है। देश चलाने के, सरकार चलाने के कोई सिद्धांत ही नहीं थे।”
इतना ही नहीं अमित शाह इसके आगे कहा, “कांग्रेस को उलझन रहती है कि वह यह कहेगा, कोई क्या सोचेगा। लेकिन हम लोगों के लिए साफ है कि जो देशद्रोही नारे लगाएगा वो देशद्रोही कहलाया जाएगा।” इसके बाद उन्होंने कहा, “देश की 1650 राजनीतिक पार्टियों में से केवल भाजपा और सीपीआई (एम) का आंतरिक लोकतंत्र है। कांग्रेस में अगर सोनिया गांधी अध्यक्ष पद छोड़ती हैं तो राहुल गांधी को वह जगह दी जाएगी। लेकिन कोई नहीं जानता कि भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा।”