अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने एसिड पीड़ितों का अपने जे एन मेडिकल कॉलेज में मुफ़्त ईलाज करने का फैसला किया है।
इलाज के अलावा पीड़ितों के रहने खाने का भी सारा खर्च यूनिवर्सिटी उठाएगी और मरीज़ को एसिड विक्टिम होने का सर्टिफ़िकेट भी दिया जाएगा। इस सर्टिफिकेट के ज़रिए विक्टिम सरकार से मुआवजा ले सकेगा।
दरअसल एएमयू ने ये फैसला छाँव फाउंडेशन के लिखित अनुरोध पर लिया। ये फाउंडेशन आगरा स्थित शेरोज़ कैफ़े संचालित करती हैं जिसे एसिड अटैक का शिकार हुई लड़कियां चलाती हैं।
संस्था के संस्थापक निदेशक आलोक दीक्षित ने बताया कि इसके लिए हमने यूनिवर्सिटी प्रशासन से अनुरोध किया था।
यूनिवर्सिटी के इस सराहनीय कदम के बाद एसिड विक्टिम को अब आगरा, मथुरा और आसपास के इलाकों के मरीज़ को दिल्ली और चेन्नई जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
बता दें कि एएमयू के अंतर्गत जवाहरलाल नेहरु मेडिकल विश्वविद्यालय भी चलाया जाता।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ तारिक मंसूर ने बताया कि इस सन्दर्भ में आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। मेडिकल कॉलेज दवाई, सर्जरी और परामर्श निशुल्क उपलब्ध कराएगा। यही नहीं कॉलेज पीड़ितों के रहने और खाने का भी खर्च उठाएगा।