अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी (एएमयु) अब सौर उर्जा से 5.5 मेगावाट बिजली पैदा करने जा रही है। ग्रीन कैंपस की दिशा में क़दम बढ़ा चुकी यूनिवसिर्टी का यह क़दम अपने ही रिकार्ड को सही करेगा। अभी यहाँ 4.5 मेगावाट बिजली पैदा हो रहा है।
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गैर पारंपरिक से इतनी बिजली पैदा करने वाली एएमयु देश की इकलोती यूनिवर्सिटी पहले ही बन चुकी है। मिनिस्ट्री ऑफ़ रेनुएबल एनर्जी एंड वाटर ऑडिट की रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने एक मेगावट पैदावार बढाने का फैसला किया है। मंगलवार को हुई हाई पॉवर मीटिंग में इस पर मुहर लगाई गई। देश में आईआईटी दिल्ली, मुंबई और रुड़की में ही दो दो मेगावाट के सौर उर्जा की पैदावार वाले प्लांट लगे हैं।
नॉन कमर्शियल सेक्टर में इतनी सौर उर्जा से बिजली कोई नहीं बनाता। यहाँ राइडिंग क्लब की भूमि पर तीन मेगावाट का सौर उर्जा प्लांट लगाया गया है। उसमें लगभग 20 करोड़ रूपये खर्च हुए थे। यह प्लांट फोटो वोल्टेक टेक्नोलॉजी पर काम करता है। उसमें वेदर मोनेटरिंग सिस्टम लगा है और आसमानी बिजली से बचाव का समान भी। यूनिवर्सिटी के 17 इमारतों पर डेढ़ मेगावाट की कैपिसिटी के सोलर पैनल भी लगे हैं। यहाँ कुल 4.5 मेगावाट की बिजली बन रही है।