AMU की बहुमूल्य चीजें अमेरिका पहुंच गईं

अलीगढ़: ईटा के उतरंजीखेडा, कासगंज के खेड़ा, बुलंदशहर के लाल किला, शिवपुर और दोल्त्पूर में खुदाई के बीच मिली बहुमूल्य चीजों के गायब होने से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ज़लज़ला सा आ गया है। इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर अली अतहर ने चोंकाने वाले सबूत पेश किये हैं।

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दावा किया है कि प्राचीन विरासत को सफाई और टेस्टिंग के लिए 2013 में अमेरिका भेजा गया था। यह काम विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर रहीं डॉक्टर जे मेनन की नेतृत्व में किया गया था। वह चीज़ें आज तक नहीं लौटीं। प्रोफेसर अली अतहर ने बताया कि डॉक्टर मेनन इतिहास के विभाग में 2003 से 2013 तक रहीं। उन्होंने वाईस चांसलर को इस संबंध में पत्र लिखा था कि खुदाई में मिली चीजों की जाँच फ्लोरिया (अमेरिका) में कराई जाये, इससे सही जानकारी भी यूनिवर्सिटी को मिल सकेगी, रिसर्च में भी यह अहम साबित होगी। प्रशासन ने इजाजत दे दी।

खर्च के लिए 8 लाख 27 हजार 927 रूपये भी जारी कर दिए। 30 जून 2013 को तार बंगला से ट्रक में सामान ले जाया गया। यह सामान कहाँ गया? किसी को पता नहीं हुई। लंबे समय के बाद सामान नहीं लौटा तो उन्होंने आर्क्योलोजी सर्वे ऑफ़ इंडिया को लिखा। वहां से रजिस्ट्रार के पास से पत्र आया जिसमें सामान वापस कराने और जरूरी कार्रवाई करने के लिए लिखा गया। उसके बाद भी सामान नहीं तो दूसरा पत्र आर्क्योलोजी सर्वे ऑफ़ इंडिया को पत्र लिखा गया। वहां से भी रजिस्ट्रार को जरूरी कर्रिवाई करने से संबंध पत्र लिखा।