म्यांमार – औपचारिक रूप से बर्मा के रूप में जाना जाता है, एक ऐसा देश जहाँ हमें हाल ही में बहुत कुछ सुनने को मिला। वहां देखा कैसे लोगों के गले काट दिए जाते हैं, कैसे गाँव को जला दिया जाता है, बच्चों को मारा जा रहा है और महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाए हो रही हैं।
लेकिन कुछ बर्मा के अधिकारियों ने दावा किया है कि यह एक नकली ख़बर है, वह कहते हैं कि रोहिंग्या मुसलमानों ने दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने खुद के घरों को आग लगायी है। अब तक 200 से ज्यादा गांवों को जला दिया गया है।
हजारों लाखों घर जल चुकें हैं, क्या यह सभी अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने के लिए है? माफ़ करें, लेकिन सबूत कुछ और ही बयाँ कर रहे हैं। अब तक 4 लाख शरणार्थी भाग गए हैं, जिसमे 2 लाख से ज्यादा बच्चे हैं।
शरणार्थियों का कहना है कि सेना बांग्लादेश के साथ सीमा पर खदानों को लगा रही है और सैनिक उन पर गोलियाँ चला रहे हैं, क्योंकि वे भागने की कोशिश करते हैं। संयुक्त राष्ट्र इसे “जातीय सफाई का उदाहरण” कह रहा है। लेकिन म्यांमार के वास्तविक नेता एक “मानवाधिकार नायक” को ऐसा नहीं लगता है।
पूरी दुनिया ओंग सान सू की के साथ खड़ी है, यहां तक कि उसे “लोकतंत्र और मानव अधिकारों के लिए गैर हिंसक संघर्ष” के लिए एक महान शांति पुरस्कार भी दिया गया था।
एंकर ने अपनी बात कहते हुए रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे ज़ुल्म का वर्णन बहुत ही अच्छे तरीके से पेश किया है। विडियो में एंकर ने यह महत्वपूर्ण मुद्दा बड़ी ही बारीकी से पेश किया है।
आईये देखें विडियो में रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में और क्या कहा इस एंकर ने: