इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने जैसे ही वेस्टइंडीज के ओपनिंग बैट्समैन क्रेग ब्रेथवेट को बोल्ड कर पवेलियन भेजा वह टेस्ट में 500 विकेट के क्लब में शामिल होने वाले दुनिया के छठे गेंदबाज बन गए। इस क्लब में शामिल होने वाले वो तीसरे तेज गेंदबाज हैं। वेस्टइंडीज के कर्टनी वॉल्श यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज थे। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लैन मैक्ग्राथ ने ये कारनामा किया था। ऐसे में जिमी की ये उपलब्धि बड़ी है।
इस लक्ष्य को हासिल करने के बाद एंडरसन ने अपना अगला लक्ष्य भी निर्धारित कर लिया है। उनका अगला लक्ष्य सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट हासिल करने वाला तेज गेंदबाज बनना है। यह रिकॉर्ड फिलहाल मैक्ग्राथ के नाम दर्ज है। मैक्ग्राथ के नाम टेस्ट में 563 विकेट दर्ज हैं। इसके बाद कर्टनी वॉल्श हैं जिनके नाम 519 विकेट हैं।
500 विकेट के क्लब में शामिल होने वाले वह एकलौते एक्टिव क्रिकेटर हैं। इस मामले में सबसे ऊपर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन(800), ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न (708) और अनिल कुंबले (619) हैं। ऐसे में ग्लैन मैक्ग्राथ को पीछे छोड़ना उनके लिए आसान लक्ष्य है। जिस तरह के फॉर्म में वो हैं उससे तो लगता है कि अगले एक सीजन में इस रिकॉर्ड के करीब पहुंच जाएंगे। एंडरसन ने इस बारे में कहा, मैं फिलहाल फिट और मैदान में बने रहने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे फिलहाल क्रिकेट खेलने में बहुत मजा आ रहा है। जब तक संभव होगा मैं क्रिकेट खेलूंगा। यदि मैं कुछ और साल क्रिकेट खेलता रहा तो ग्लैन मैक्ग्राथ के आकंड़ों के करीब पहुंच जाउंगा।
एंडरसन की उपलब्धि की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने इसी मैदान पर साल 2003 में जिंबाब्वे के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था और पहला टेस्ट विकेट हासिल किया था। इस बारे में एंडरसन ने कहा ये मैदान मेरे लिए बेहद खास है करियर का पहला और 500वां विकेट हासिल करने की याद मेरे साथ लंबे समय तक बनी रहेगी।