UP के बाद अब छात्रों को ‘संस्कारी’ बनाने जादवपुर यूनिवर्सिटी पहुंचा एंटी रोमियो स्क्वॉड

कोलकाता: यूपी में अपने कारनामों से सुर्ख़ियों में रहा ‘एंटी रोमियो स्क्वॉड’ अब छात्रों को ‘संस्कारी’ बनाने देश की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज़ में से एक जादवपुर यूनिवर्सिटी पहुँच चुका है। हालाँकि यहाँ छात्रों ने इनका कड़ा विरोध किया है। इसे लोकतांत्रिक अधिकार और विश्वविद्यालय की स्वतंत्रता के खिलाफ माना जा रहा है।

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ख़बर के अनुसार, जादवपुर आर्ट फैकल्टी के स्टूडेंट्स यूनियन के चेयर पर्सन सोमा चौधरी ने कहा कि हमने पहली बार यूनिवर्सिटी कैम्पस में नैतिक पुलिसिंग देखी। कोई भी हमारे लोकतांत्रिक स्वतंत्रता छीनने की कोशिश नहीं कर सकता है। इस तरह के हस्तक्षेप रोकने के लिए हम हर मुमकिन कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि एंटी रोमियो दस्ते जादवपुर यूनिवर्सिटी के मूल्यों के खिलाफ है।

जर्मनी यूनिवर्सिटी में एशियन एसटीडीज़ में रिसर्च कर रही स्कालर और यूनिवर्सिटी की छात्रा रहीं शबनम सोरीता कहा कि हमारे समय में यूनिवर्सिटी में शैक्षिक और सांस्कृतिक दोनों स्तर पर स्वतंत्रता थी। एंटी रोमियो दस्ते की तैनाती निजी और सामाजिक स्वतंत्रता पर हमले के अलावा कुछ भी नहीं है।

जादव स्कूल ऑफ मोबाइल कंपोयडिंग एंड कमयूनिकशन के स्कालर राज श्री मददे ने कहा कि हम कभी ऐसा सोच भी नहीं सकते थे। हर यूनिवर्सिटी का अपना कल्चर होता है। इस संस्कृति को समाप्त करने की कोशिश की गई तो यूनिवर्सिटी में शैक्षिक वातावरण ख़त्म हो जाएगा।

हालाँकि छात्रों के ज़ोरदार विरोध के बाद वाईस चांसलर सूरनजन दास ने 12 अप्रैल को छात्रों से इस मुद्दे पर बात करने के लिए सहमति ज़ाहिर की है।