याकूब मेनन के लिए सुप्रीम कोर्ट रात में खुल सकता है, लेकिन अयोध्या मामले में तारीख- बीजेपी नेता

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि चुनाव नजदीक है, इसलिए बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने कहा कि यह कोर्ट तय करेगा कि अयोध्या मामले की सुनवाई कब होगी, यह बीजेपी या कांग्रेस द्वारा तय नहीं किया जा सकता।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर की सुनवाई टालने पर बीजेपी के नेता और मंत्री सुप्रीम कोर्ट पर सवाल खड़े कर रहे हैं। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने टिप्पणी की है। मीडिया से बात करते हुए अनिल विज ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट महान है, जो चाहे वो करे। चाहे याकूब मेमन के लिए रात के 12 जे सुप्रीम कोर्ट को खोले, चाहे जो राम मंदिर का विषय है, जिस पर लोग टकटकी लगाकर देख रहे हैं उसको तारीख पर तारीख मिले। ये तो सुप्रीम कोर्ट की मर्जी।”

कई बीजेपी नेता राम मंदिर पर केंद्र सरकार से कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। इस पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि चुनाव नजदीक है, इसलिए बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने कहा, “यह कोर्ट तय करेगा कि अयोध्या मामले की सुनवाई कब होगी। यह बीजेपी या कांग्रेस द्वारा तय नहीं किया जा सकता। अगर वे कानून बनाना चाहते हैं, तो बनाएं, कांग्रेस ने उन्हें नहीं रोका है। यह मुद्दा इसलिए उठाया गया है, क्योंकि चुनाव करीब आ गए हैं। वे पिछले चार साल से सो रहे थे क्या?”

आयोध्या विवाद पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को बीजेपी पर हमला बोलते हुए ध्रुवीकरण की कोशिश करने का आरोप लगाया था। पी चिदंबरम ने कहा कि ये बहुत ही स्वाभाविक है, हर 5वें साल, चुनाव से पहले बीजेपी राम मंदिर के मुद्दे पर ध्रुवीकरण की कोशिश करती है। चिदंबरम ने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस की राय स्पष्ट है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इसलिए वे नहीं समझते कि कांग्रेस को इस बहस में कूदना चाहिए।