ऐपल गुरुवार को एक ट्रिलियन डॉलर (लगभग 68,620 अरब रुपये) की पहली लिस्टेड कंपनी हो गई है। ऐपल का स्टॉक 2.8 प्रतिशत ऊपर उठा, जिसके बाद इसमें मंगलवार से अब तक 9 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई।
ऐपल ने मंगलवार को ही अपने नतीजों का ऐलान किया था। बुधवार को ऐपल के शेयर में 6% तेजी आई। इसके बाद गुरुवार को कुछ गिरावट आई, लेकिन ऐसा ज्यादा देर नहीं हुआ और तेजी लौट आई।
इससे पहले शंघाई के शेयर बाजार में पेट्रोचाइना का मार्केट वैल्युएशन इस स्तर तक पहुंचा था। ऐसे में एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने वाली कंपनियों में ऐपल अमेरिका पहली और दुनिया की दूसरी कंपनी है। 1980 में लिस्टेड कंपनी बनने के बाद से अब तक ऐपल ने 50 हजार प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
ऐपल को इस स्तर पर टिके रहने के लिए अपने प्रॉडक्ट में नए प्रयोग करने होंगे। ऐपल की निकटतम प्रतिद्वंद्वी ऐमजॉन और अल्फाबेट भी इससे ज्यादा दूर नहीं हैं। बता दें कि 1976 में को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने इसे एक गैराज में शुरू किया था।
ऐपल की मार्केट वैल्यू एक्सॉन, मोबिल, पी ऐंड जी और एटी ऐंड टी की संयुक्त पूंजी से भी ज्यादा है। 3 को-फाउंडरों में से एक स्टीव को 80 के दशक के मध्य में कंपनी से निकाल दिया गया था। करीब 10 साल बाद उन्होंने कंपनी में वापसी की और एेपल प्रॉडक्ट से मार्केट में छा गए।
उन्होंने 2007 में कम्प्यूटर से फोकस कम करते हुए आईफोन लॉन्च किया। इसके बाद सैमसंग, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, नोकिया जैसी कंपनी को तगड़ा झटका लगा था।
साभार- ‘नवभारत टाइम्स’