अरीब मजीद की जमानत की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दर्ज

मुंबई: प्रतिबंधित संगठन आईएस के सदस्य होने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप के तहत कल्याण के साकिन अरीब मजीद की जमानत की अर्जी आरोपी के पिता डॉक्टर एजाज़ मजीद के अनुरोध पर जमीअत उलेमा ने सुप्रीम कोर्ट में दर्ज की है, जिसका डायरी नंबर 22076/2018 है, यह सूचना आज यहाँ आरोपी को कानूनी सहायता प्राप्त करने वाली संगठन जमीअत उलेमा महाराष्ट्र कानूनी सहायता कमीटी के प्रमुख गुलज़ार आज़मी ने दी।

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गुलज़ार आज़मी ने बताया कि मुंबई हाईकोर्ट की ओर से आरोपी अरीब मजीद की जमानत की अर्जी ख़ारिज किये जाने के बाद आरोपी के पिता ने स्थानीय जमीअत उलेमा के ज़िम्मेदारों के सहयोग से सुप्रीम कोर्ट में जमानत की अर्जी दर्ज करने की गुज़ारिश की थी, जिसे मंज़ूर करते हुए एडवोकेट ऑन रिकार्ड फरूख रशीद के जरिये जमानत की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दर्ज की गई है, जिसपर जल्द सुनवाई संभव है।

अर्जी पर बहस के लिए सीनियर वकीलों की सेवाएं ली जाएँगी। गुलज़ार अहमद के मुताबिक जमानत की अर्जी में दर्ज किया गया है कि मुंबई हाई कोर्ट ने जमानत ख़ारिज करते हुए कोई ख़ास औचित्य पेश नहीं किया, जबकि अभियोजन पक्ष के तर्क से सहमत होते हुए जमानत की अर्जी को ख़ारिज कर दिया।