एर्दोगन और मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह ब्रिक्स सम्मेलन से इतर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के साथ भारत-तुर्की के बीच सहयोग के कई क्षेत्रों पर चर्चा की। 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक घंटे की बैठक में द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया।

बैठक के दौरान तुर्की अध्यक्ष का ध्यान मई 2017 में भारत की पिछली यात्रा के दौरान उनकी टिप्पणियों के विपरीत था जब उन्होंने कश्मीर और भारत की एनएसजी सदस्यता पर बात की थी। भारत के लिए प्रस्थान करने से पहले एर्दोगन द्वारा मांगी गई द्विपक्षीय बैठक रात्रिभोज पर आयोजित की गई थी।

अधिकारियों के मुताबिक एर्दोगन के साथ बैठक फलदायी थी और तुर्की के राष्ट्रपति ने किसी भी विवादित मुद्दे को नहीं उठाया। इस बार राष्ट्रपति एर्दोगन ने किसी भी राजनीतिक चर्चा से दूर रहे भारत में निवेश करने वाली तुर्की कंपनियों के पक्ष में थे।

अधिकारियों के अनुसार, भारत-रूस संबंधों की वर्तमान स्थिति और शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच चर्चा का केंद्र था।

दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय बैठक एक घंटे चालीस मिनट तक चली। अधिकारियों ने कहा कि दोनों नेताओं ने एक विशेष संबंध साझा किया और कहा कि उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच बैठक के दौरान द्विपक्षीय बैठक में पिछले जून की सुबह 4 बजे तक बात की थी। अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की थी।