रिपब्लिक टीवी के चीफ-इन-एडिटर अर्नब गोस्वामी द्वारा गुजरात दंगों में रिपोर्टिंग करने के फर्जी वीडियो मामले में NDTV के कैमरामैन ने एक इंटरव्यू में इसकी सच्चाई बयां की थी।
अर्नब गोस्वामी के दावों को झूठा साबित करने के बारें में NDTV में उनके पूर्व सहयोगियों ने कहा था कि वह झूठ बोल रहे है। जिसके बाद उस वीडियो को डिलीट कर दिया था।
अब खबर आ रही है कि NDTV को स्पाइसजेट के मालिक अजय सिंह खरीद रहे हैं, जो कि साल 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान ‘अबकी बार मोदी सरकार’ का नारा देने वाले थे।
अजय सिंह को आमतौर पर NDTV को सरकार का असाधारण आलोचक माना जाता था।
अपने शो में अर्नब गोस्वामी भारत में रह रहे रोहंगिया शरणार्थियों के मुद्दे पर बहस कर रहे थे। अपनी बात को रखते हुए उन्होंने कहा कि उनमें से कितने लोगों के पाकिस्तान के साथ कथित संबंध है।
इसी कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे एक पैनलिस्ट ने गोस्वामी का ध्यान NDTV की एक रिपोर्ट पर डलवाया।
वह पैनलिस्ट NDTV की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए संख्या बता रहे थे कि अचानक से NDTV का नाम आते ही अर्नब ने जोर-जोर से हंसना शुरू कर दिया। उनकी हंसी नहीं रूक रही थी सब खामोश हो गए और वह एक मिनट तक हंसते रहे।
अपने उस पैनलिस्ट को जवाब देते हुए गोस्वामी ने कहा- NDTV? क्या आपने कहा? इस हंसी में उनके साथ भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया भी शामिल हो गए। जबकि प्रतिभागी अपने आंकड़े प्रस्तुत कर रहे थे लेकिन इन लोगों की इस पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखी और वह हंसते रहें।
लगभग एक मिनट के बाद, गोस्वामी को अपने इस प्रतिकूल व्यवहार का अहसास हुआ। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधी को जवाब देते हुए कहा- ‘NDTV के नाम पर बेवकूफ की तरह मत हंसो’
इसके बाद अर्नब बोलें कि अगर आप बोलेंगे कि आपने NDTV के बारें में क्यों हंसा तो कल फिर लुटियंस ब्रिगेड उसी के बारें में लिखेगी। मेरे पीछे पड़ जाएगें कि उन्होंने NDTV का नाम लिया और वह हंस रहे थे। आजकल उनकी हाॅबी है तो अब हम विषय पर वापस लौटते है।
