अमन कायम रखने के लिए हिन्दू- मुसलमानों ने निकाले ‘शांति जुलूस’, इमाम का कर रहे हैं शुक्रिया

पश्चिम बंगाल के आसनसोल में सांप्रदायिक हिंसा के बाद अमन व चैन का माहौल कायम रखने के लिए युवा, महिला, बुजुर्ग समेत हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर शांति जुलूस में शामिल हुए। सोमवार को आश्रम मोड़ से राज्य के श्रम व कानून मंत्री मलय घटक व मेयर जितेंद्र तिवारी के नेतृत्व में आयोजित शांति जुलूस जीटी रोड होते हुए हट्टन रोड मोड़ पर आकर समाप्त हुआ।

जुलूस के माध्यम से आसनसोल की सांप्रदायिक एकता को और मजबूत करने व सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया गया। मंत्री मलय घटक ने कहा कि जुलूस के माध्यम से सभी धर्म व वर्ग के लोगों ने संदेश दिया कि हम सब एक हैं। बीती बातों को भूलकर सभी मिलकर आपसी भाईचारा बरकरार रखेंगे।

मेयर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि शांति जुलूस के माध्यम से सभी धर्म व वर्ग लोगों ने सड़कों पर उतरकर संदेश दिया है कि आसनसोल में अभी भी अच्छे लोगों की संख्या काफी अधिक है। चंद बुरे लोगों की मंशा कभी पूरी नहीं होगी, आसनसोल एक था, एक है और एक रहेगा।

आसनसोल में सांप्रदायिक हिंसा की आग भले ही शांत हो गई है, लेकिन आपसी रिश्तों में आई दरार और दहशत की खाई ने विश्वास को तार- तार कर दिया है। यही कारण है कि हिंसा के शिकार हुए लोग अब भी अपने घरों को लौटने से घबरा रहे हैं।

स्थानीय भाजपा नेता शंकर चौधरी ने बताया कि हिंसा भड़कने के बाद से ही पलायन कर रहे लोगों को कोई ठौर- ठिकाना नहीं मिल रहा था। ऐसे में हिंसा प्रभावित चांदमारी, गोसाईडांगा आदि जगहों के करीब 50 की संख्या में परिवार वालों ने यहां बीएसयूपी के खाली आवासों में शरण ली है।

इनमें कई छोटे- छोटे बच्चे भी हैं। स्थानीय समाजसेवी इनकी सेवा में लगे हैं। चौधरी ने लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें।