असम के धेमाजी में बाढ़ से इन दिनों लोग परेशान हैं। धेमाजी जिले के जोनाई सब डिवीज़न में सभी बाढ़ के प्रकोप को झेलने को मज़बूर हैं। बता दें कि धेमाजी जिला असम और अरुणाचल प्रदेश का सीमांत जिला है। अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के बाद अक्सर पानी निचले स्थानों के तरफ आने लगता है।
धेमाजी और ऊपरी असम के कई इलाके अरुणाचल प्रदेश से निचले हिस्से में पड़ते हैं। धेमाजी के जोनाई में सैलाब का पानी रिहाइशी इलाकों में घुस आने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिहाइशी इलाकों के लोग ऊँचे स्थानों में जाने को मज़बूर हो रहें हैं। कुछ सुरक्षित स्थानों में जाकर दूसरों के घरों में रहने को बाध्य हैं।
बाढ़ आक्रांत लोगों का गुस्सा प्रसाशन में फूट रहा है। धेमाजी के जोनाई के लोगों का कहना हैं कि प्रसाशन अगर समय रहते पानी निकासी के लिए नालों का निर्माण करता तो स्थिति इतनी बदतर नहीं होती।
अरुणाचल प्रदेश में नदी पर बने बांधों पर पावर प्रोजेक्ट होने के कारण अक्सर पानी का दबाव बढ़ने पर पानी छोड़ दिया जाता है जो असम के धेमाजी, लखीमपुर के लोगों के लिए मुसीबत का पहाड़ बन जाता है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, बाढ़ का पानी घर में घुस जाने से परेशान धेमाजी जोनाई का निवासी ब्रजेन गोगोई कहते हैं, प्रसाशन कभी भी समय पर बाढ़ से निपटने की तैयारी नहीं करता।
चारों तरफ कमर की ऊंचाई तक पानी घुस आया है। मेरा पलंग फर्नीचर सब ख़राब होने लगा है। हमें दूर दराज के दूसरो के घरों में जाकर रहना पड़ रहा है। सरकार से उम्मीद करते हैं कि बाढ़ से सही ढंग से निपटे और हमें राहत।