असम में मुस्लिम कलाकार ने बनाई 109 फुट ऊंची दुर्गा प्रतिमा

नवरात्रों को लेकर देश भर में भक्ति और खुशी का माहौल है। मां दुर्गा की पूजा-आराधना के लिए जगह-जगह खास पंडाल बनाए जा रहे हैं।
इसी बीच असम में एक मुस्लिम कलाकार द्वारा दुनिया की सबसे ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा तैयार
की गई है।

असम के गुवाहाटी में नुरुद्दीन अहमद साल 1975 से इसी पेशे में हैं। उन्होंने उस वक़्त उत्तरी लखीमपुर में मिट्टी और बांस से पहली दुर्गा की प्रतिमा तैयार की थी, जिसके बाद से वह हर साल इन्हें बनाते आ रहे हैं।

101 फीट ऊंची दुर्गा की प्रतिमा बनाने के लिए उन्होंने 5000 बांस की लकड़ियां, बांस का डोला (चावल साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाली ट्रे), सलोनी ( बांस की छलनी), पासी और खोड़ाही (बांस की टोकरियां) और असम की पारंपरिक टोपी जापी का इस्तेमाल किया है। इस दुर्गा प्रतिमा का नाम गिनीज बुक में दर्ज कराने के लिए आवेदन भी किया गया है।

नूरुद्दीन अहमद को उम्मीद है कि उनका नाम जल्द गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल होगा। अहमद के मुताबिक, कई लोगों ने उनके मुस्लिम होने पर भी दुर्गा की प्रतिमाएं बनाने को लेकर सवाल किया था।

लेकिन उनका कहना है कि “मुझे हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमाएं बनाने में कोई दिक्कत नहीं है। क्यूंकि वह असम की संस्कृति मे पले-बढ़े हैं, इस राज्य में देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले धार्मिक सहनशीलता ज्यादा है।