मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने के संकेतों के बीच कांग्रेस सूत्रों ने जानकारी दी है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की दौड़ में कमलनाथ सबसे आगे हैं। वहीं राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार बताया गया है।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिगविजय सिंह भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं। वहीं राजस्थान में सचिन पायलेट को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है।
मध्य प्रदेश की 230 विधान सभा सीटीं में से 115 सीटों पर कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है, वहीं भाजपा 105 सीटों पर आगे बनी हुई है। अभी तक राज्य में चुनाव आयोग ने परिणामों की घोषणा नहीं की है। मध्य प्रदेश में 10 सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे बने हुए हैं।
राजस्थान में 199 सीटों में से कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है और वह 98 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं भाजपा ने भी 4 सीटें जीत ली हैं और अभी वह 67 सीटों पर आगे चल रही है। 3 अन्य उम्मीदवार जीत चुके हैं।
वहीं छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों में इतना बड़ा उलटफेर होगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं था। एग्जिट पोल ऑफ पोल्स में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। एग्जिट पोल्स में रमन सिंह की सत्ता में वापसी पर आशंका भी जाहिर की गई। चुनाव में भाजपा की हार होगी इसका अंदाजा तो था लेकिन यह हार इतनी बड़ी होगी इस बारे में शायद ही किसी ने सोचा नहीं होगा।
चुनाव रुझानों से लगता है कि यह मुकाबला एकतरफा था और भाजपा कहीं चुनाव मैदान में थी ही नहीं। कांग्रेस की यह जीत बहुत बड़ी है क्योंकि उसने चुनाव में अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा पेश नहीं किया था। राहुल गांधी ही कांग्रेस के पोस्टर ब्वॉय रहे और उन्होंने अपनी रैलियों में स्थानीय मुद्दों को उठाया और केंद्र की मोदी और रमन सरकार पर हमले किए।
छ्त्तीसगढ़ में कांग्रेस अपने बल पर सरकार बनाएगी लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर अभी संस्पेंस है। साल 2013 में दरभा घाटी में नक्सलियों के हमले में कांग्रेस की शीर्ष नेतृत्व समाप्त हो गया था। इसके बावजूद कांग्रेस की आंधी में रमन सरकार का सूपड़ा साफ हो गया है। चुनाव जीतकर कांग्रेस ने अपनी सबसे बड़ी बाधा पार कर ली लेकिन मुख्यमंत्री का चुनाव करना उसकी सबसे बड़ी चुनौती है।
प्रदेश स्तर पर उसके पास कई ऐसे नेता हैं जो सीएम बनने का दावा कर सकते हैं। कांग्रेस के संभावित मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की बात की जाए तो सबसे पहला नाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल का आता है। इसके अलावा टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत मुख्यमंत्री पद की रेस में हो सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल सीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं। पाटन से चार बार विधायक रह चुके बघेल 1980 से कांग्रेस से जुड़े हैं। वह युवा कांग्रेस के सदस्य रह चुके हैं। मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार में बघेल मंत्री रह चुके हैं।
छत्तीसगढ़ जब अलग राज्य बना तो बघेल अजीत जोगी सरकार की कैबिनेट में भी शामिल हुए। दरभा घाटी में नक्सलियों के हमले में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के समाप्त हो जाने के बाद बघेल प्रदेश कांग्रेस में उभरे। इसके बाद उन्होंने राज्य में कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करने की कोशिश की