जमीअत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है।
अंतरधार्मिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क गए मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कल ब्यान जारी कर कहा कि धार्मिक रसम अदा करने के लिए जाने वाले यात्रियों पर जानलेवा हमला बेहद शर्मनाक और अमानवीय है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।
मौलाना मदनी ने यह सवाल भी उठाया कि आखिर अमरनाथ यात्रियों पर हमले भाजपा के सत्ता में आने पर ही क्यों होते हैं?
उन्होंने याद दिलाया कि इससे पहले अटल बिहारी सरकार के दौरान भी अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादी हमला हुआ था।
मौलाना ने कहा कि आज केंद्र और राज्य दोनों ही जगह सत्ता में भाजपा शामिल है और स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम है। उसके बावजूद इस तरह की घटनायें पेश आते हैं तो उसे सरकार, प्रशासन और खुफिया एजेंसियों की विफलता ही माना जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को पहले से ही ऐसी सूचना थी कि यात्रा के दौरान आतंकवादी हमला कर सकते हैं, तो वे कामयाब कैसे हो गए।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान के उस बयान को भी हास्यास्पद बताया कि हमला अमरनाथ-यात्रियों पर नहीं बल्कि पुलिस टीम पर किया गया था।
मौलाना मदनी ने कहा कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराकर सच्चाई सामने लानी चाहिए क्योंकि इस वजह से देश में सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि इस कार्रवाई का लक्ष्य देश में सांप्रदायिक घृणा को हवा देना और माहौल को खराब करना है।
गौरतलब है कि इस हमले में लगभग सात अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई जबकि तीन दर्जन से अधिक घायल हुए हैं।