नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने लाभदायक पद के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायक को अयोग्य क़रार दिया है। आयोग ने राष्ट्रपति से उनकी सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश की है। ऐसी स्थिति में फिर से दिल्ली में आम आदमी पार्टी में गंभीर संकट पैदा हो गया है। भाजपा और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नैतिक आधार पर इस्तीफे की मांग की है।
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पूरे मामले में केजरीवाल ने भले हीई चुप्पी साधते हुए सबकुछ समय पर छोड़ दिया हो, लेकिन उनके सहयोगी आयोग के इस फैसले को लोकतंत्र के लिए एक बड़ा झटका मानते हैं। ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल राय कहते हैं कि “एनडीए सरकार दिल्ली के लोगों से बदला ले रही है, इतना अंधेर तो ब्रिटिश शासन में भी नहीं था।”
गोपाल राय ने कहा “सभी बुद्धिजीवी और राजनीतिक लोग आश्चर्यचकित हैं कि दो दिनों के बाद सेवानिवृत्त होने वाले सीईसी (मुख्य चुनाव आयुक्त) ने आप के विधायकों की सदस्यता को रद्द करने का फैसला किस दबाव में लिया?
सभी बुद्धिजीवी और राजनैतिक लोग हैरान है कि 2 दिन बाद रिटायर होने वाले CEC ज्योति ने आप विधायकों की सदस्यता रद्द करने का फैसला किस दबाव में लिया? – @AapKaGopalRai pic.twitter.com/T02aNaxF4s
— AAP (@AamAadmiParty) January 20, 2018
"अन्य राज्यों में जहां भी संसदीय सचिव बनाये गए वहाँ उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया और सभी सुविधाएं दी गईं, दिल्ली में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, फिर भी हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है"- @SanjayAzadSln pic.twitter.com/ODkCKuYW9q
— AAP (@AamAadmiParty) January 20, 2018