नई दिल्ली : रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर नोबेल पुरस्कार विजेता और म्यांमार की स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की ने कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा दशकों पुरानी समस्या है। ऐसे में मुझसे यह उम्मीद करना कि मैं अपने 18 महीने के शासन में इस समस्या का समाधान कर दूंगी। उन्होंने कहा कि हमारी इस समस्या को भारत बेहतर ढ़ंग से समझ सकता है।
सू की ने कहा कि म्यांमार सरकार आम लोगों के बीच से आतंकियों की पहचान कर रही है। सू की के मुताबिक सरकार अपना सर्वश्रेष्ठ कर रही है। उन्होंने कहा कि हालांकि हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। इसके बावजूद उनकी ओर से भरोसा दिलाया गया कि प्रत्येक व्यक्ति को कानून के तहत सुरक्षा दी जाएगी।
रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार के मामले के मुद्दे पर आंग सान सू ची की चुप्पी का चारों तरफ विरोध किया जा रहा है। कुछ लोगों ने आंग सांग सू ची से अपना नोबल पुरस्कार वापस लौटाने की मांग की। पाकिस्तान की नोबेल का शान्ति पुरस्कार विजेता मलाला ने भी सूकी की चुप्पी पर सवाल उठाया था।