औरंगाबाद हिंसा में मरने वाला 17 साल का मोहम्मद हारिश बनना चाहता था इंजीनियर!

शुक्रवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुई दो पक्षों के बीच हिंसा में 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसमें एक नाबालिग लड़के के साथ साथ दो लोगों की मौत होने की भी खबर सामने आई है।
17 साल का मोहम्मद हारिश बनना चाहता था इंजीनियर।

मोहम्मद हारिस के परिजनों ने एबीपी से कहा कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो उनके बेटे की मौत नहीं होती। पत्रकार के पूछने पर एक शख्स ने बताया कि दसवीं क्लास में पढ़ रहा दानिश इंजीनियर बनना चाहता है, लेकिन उनका बेटा गोलीबारी में मारा गया।

हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया था और हालात को देखते हुए कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। इन इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाएं भी बाधित कर दी गई है ताकि अफवाहों पर लगाम लगाई जा सके।

जनसत्ता में छपी खबर के अनुसार हिंसा में मारे गए नाबालिग लड़के का नाम हरिस था और उसके परिजनों ने आरोप लगाया है कि अगर पुलिस सही समय पर कार्यवाही करती तो उसके बेटे की जान बचाई जा सकती थी।

लड़के के रिश्तेदार का कहना है कि वह दसवीं क्लास में पढ़ता था और इंजीनियर बनना चाहता था लेकिन शुक्रवार को हुई हिंसा में उसकी गोली लगने से मौत हो गई।

हिंसा में दंगाइयों ने 100 से ज्यादा दुकानों को आग लगा दी वही इलाकों में मौजूद अन्य संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। इस हिंसा को काबू पाने के लिए पुलिस ने कार्यवाही की थी जिसमें खुद 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस समय हालात नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।