ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रमुख असद ओवैसी के नेतृत्व में औरंगाबाद में भीड़ द्वारा हत्या के खिलाफ एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में लगभग पचास हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया और गौरक्षा के नाम पर जारी आतंकवाद की निंदा की।
इस अवसर पर एमआईएम प्रमुख ने देश को तोड़ने वाली शक्तियों का मुकाबला करने के लिए आपसी एकता पर जोर दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की। रैली में औरंगाबाद के हजारों लोग शामिल हुए, और देश के विभिन्न राज्यों में गौरक्षा के नाम पर भीड़ के हाथों मासूम इंसानों की हत्या की निंदा की।
आज़ाद चौक से निकली यह रैली लगभग शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरती हुई भड़कल गेट पहुंची। रैली भड़कल गेट पहुंचकर जनसभा में तब्दील हो गई। सभा की शुरुआत मौलाना महफूजुर रहमान फ़ारूक़ी के तिलावते कुरान से हुआ।
इस अवसर पर हजारों की सभा को संबोधित करते हुए एमआईएम प्रमुख असद ओवैसी ने पिछले तीन वर्षों में गाय के नाम पर भीड़ के हाथों हत्या किए जाने वाले अखलाक़ और मोहसिन शेख से लेकर जुनैद खान तक की कहानी अपने अंदाज़ में पेश की।
साथ ही मोदी को चेतावनी दिया कि सबका साथ सबका विकास के नारे से देश का विकास नहीं होगा। देश के विकास को सुनिश्चित करना है तो सबकी सुरक्षा को सुनिश्चित बनाना होगा।
जनसभा में असद ओवैसी के अपील पर लोगों ने अपनी मोबाइल की लाइट ऑन करके दो मिनट मौन रहकर गोरक्षा के नाम पर क़त्ल किए गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और उनके हक़ में दुआ की।