औरंगाबाद में हाल ही भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद गिरफ्तार किए गए 148 लोगों में से एक कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते वक्त पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसकी पहचान अनिल सिंह के रूप में की गई है और वह भाजपा कार्यकर्ता है। उसके हिंदू सेवा समिति नामक संगठन से जुड़े होने की भी बात सामने आई है।
औरंगाबाद के एसपी सत्य प्रकाश ने बताया कि लापरवाह पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बताया जाता है कि आरोपी अनिल सिंह (49) हिंदू सेवा समिति की ओर से आयोजित राम नवमी जुलूस के मुख्य आयोजकों में एक रहा है। अनिल सिंह साल 2016 में हुई हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए 30 आरोपियों में भी शामिल रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार इंजीनियरिंग कॉलेज से ड्रॉप आउट सिंह अपने छात्र जीवन ने एबीवीपी से जुड़ा था। अनिल सिंह को साल 1999 में अपने चचेरे भाई की हत्या मामले में नामित किया गया था। हालांकि बाद में उसे आरोपों से बरी कर दिया। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार अनिल सिंह पूर्व में सात वर्ष की सजा काट चुका है। साल 2007 में वह भाजपा में शामिल हुआ था।
गौरतलब है कि 25 और 26 मार्च को औरंगाबाद में भड़की सांप्रदायिक हिंसा मामले में अनिल सिंह के अलावा स्थानीय भाजपा प्रवक्ता उज्जवल कुमार और एबीवीपी नेता दीपक कुमार का नाम भी आईपीसी की धारा 120B, 147, 158 और 149, 295A के तहत एफआईआर (95/2018) में दर्ज किया गया है। ये उन लोगों में शामिल हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।