बीते दिनों जम्मू-कश्मीर में बेरहमी से मारे गए डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित हत्याकांड के वीडियो को राज्य सरकार ने खरीदकर नष्ट कर दिया है।
दरअसल इस घटना का वीडियो बेहद हिंसक था। इसलिए सार्वजनिक नतीजों के डर से सरकार ने यह कदम उठाया है।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि डीएसपी की हत्या का वीडियो बहुत ही हिंसक था। जिस कारण से राज्य सरकार ने 57 साल के पुलिस अधिकारी का शव श्रीनगर के मुख्य मस्जिद के बाहर पाया गया था।
यहाँ शब-ए-कदर (23 जून) की रात हजारों की संख्या में एकत्र हुए थे। बताया जा रहा था कि डीएसपी मोहम्मद अयूब हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता मीरवाइज उमर फारुख की सुरक्षा में तैनात थे।
इस वीडियो को देखने वाले अधिकारी ने बताया कि इसके सोर्स और वीडियो को नष्ट करने के लिए वित्तीय उपाय किए गए। उन्होंने बताया कि इस वीडियो को किसी नागरिक ने शूट किया था, जो घाटी में कई एजेंसियों के लिए इनफॉर्मर का काम करता है।
डीजीपी एसपी वैद ने बताया कि हमने इस मामले में 12 लोगों की पहचान की है और उनमें से पांच लोग अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।
फिलहाल इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।