‘दो रोटी अभियान’ के ज़रिए हैदराबाद के अज़हर गरीबों को देते हैं खाना ताकि कोई भूखा न सो सके

हैदराबाद। ताकि कोई भूखा नहीं रहे, इसलिए हैदराबाद के अजहर मक़्सूसी पिछले पांच साल से चंचलगुड़ा फ्लाईओवर और सिकंदराबाद गांधी अस्पताल में बाँट रहें हैं। उन्होंने कहा कि ‘दो रोटी’ अभियान के लिए अपने साथ और लोगों को जोड़ना चाहते हैं ताकि अधिक से अधिक भूखे लोगों को भोजन दिया जाए और कोई भूखे पेट नहीं रहे।

इस अभियान के तहत अजहर लोगों से जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं ताकि हर हाल में उन गरीबों की मदद हो जो इसके हक़दार हैं। उनका कहना है कि इस नेक काम के लिए हर कोई मदद करना चाहता है लेकिन वे बड़ी रकम खर्च नहीं कर सकते हैं।

अजहर के इस अभियान के पीछे एक कहानी है जिसने उसको ‘दो रोटी’ अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित किया। जब वह 4 साल का था तो उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। उसकी मां और भाई-बहन ने जिंदगी को चलाने के लिए कठिन संघर्ष किया। उनका कहना था कि बचपन में वह खाली पेट सोते थे। आज सड़क पर भूखे लोगों को देखते है तो वो दिन याद आ जाते हैं इसलिए उन्होंने निशुल्क भोजन वितरण करना शुरू कर दिया।

इस अभियान से वह लोगों के बीच पैठ बनाने में सफल रहे हैं। मात्र दो मोहल्लों से प्रारंभ यह अभियान आज आसपास के इलाकों में फैल गया है। अभियान के पहले ही दिन अजहर ने हैदराबाद में लगभग 150 लोगों को रोटी वितरित की। इस अभियान से अजहर को उम्मीद है कि कोई गरीब व्यक्ति भूखा नहीं सोयेगा। उनका कहना है कि देश में वेलेंटाइन दिवस, बाल दिवस समेत बहुत जश्न मनाये जाते हैं तो क्यों ना ‘नो हंगर डे’ भी मनाया जाए। विदेशों में रहने वाले अजहर के दोस्त अभियान को सफल बनाने के लिए उनके साथ जुड़े हैं। उन्होंने दावा किया कि 15,000 से अधिक लोग देश भर में गरीब लोगों को इस अभियान के तहत रोटी वितरित कर रहे हैं।