10 साल पहले हुए स्टिंग में हुआ था खुलासा: साध्वियों की लगती थी ड्यूटी, हत्या के लिए कोड वर्ड था

15 साल पहले के साध्वी रेप केस में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को हरियाणा सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है और आज रोहतक जेल में जज जगदीप सिंह राम रहीम को सजा सुनाने के लिए जा रहे हैं।

इस रेप केस में फैंसला आने के बाद उनके समर्थकों ने राज्यों में खूब हिंसा की है। लेकिन बाबा पर इस केस के अलावा और भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। जिसमें कत्ल, अपने अनुयायियों को नंपुसक बनाने जैसे आरोप शामिल हैं।

इस मामले में करीब 10 साल पहले एक चैनल ने राम रहीम पर एक स्टिंग किया था, जिसमें राम रहीम के ड्राइवर खट्टा सिंह का इंटरव्यू लिया गया था। यह इंटरव्यू ऑनएयर भी हुआ था। इस दौरान उसने डेरे में रहने वाली महिला साध्वियों के बारे में बताया।

क्या कहा ड्राइवर ने 

सुनने में ये सब कई बार आ चुका था, तब मैं यकीन नहीं करता था। लेकिन धीरे धीरे मेरे सामने ये सारी बातें सामने आने लगीं।

डेरे में 200-250 लड़कियां रहती है, जोकि बिना सुरक्षा के सामने नहीं आ सकती हैं। एक लड़की ने अपने साथ हुए शोषण का जिक्र बाहर कर दिया था तो उसकी पीट-पीट कर रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई थी।

इन लड़कियों के परिवारों पर भी बाबा ने ऐसा जादू किया हुआ था कि वह लोग अपनी लड़कियों की ही बात पर यकीन नहीं करते थे। जब मुझे इस बात का पता चला तो मैं इस सब से दूर हो गया। क्योंकि वहां जो मुंह खोल देता है या वहां से जाने की कोशिश करता था उसे मरवा दिया जाता था।

जब किसी का मर्डर करने की प्लानिंग की जाती थी तो कोड वर्क होता था इसे फार्म हाउस भेज दो, मतलब इस पर गड्डी चढ़ा दो। जो इन हत्याओं को अंजाम देते थे वो डेरे में ही रहते हैं।

अगर आश्रम के अंदर से कोई साधू वापस जाने की कोशिश करता था उसे नंपुसक बना दिया जाता था। इस खुलासे पर सरकार ने 10 साल पहले कोई कार्रवाई की होती तो शायद ये सब काफी पहले ही रोका जा सकता था।