नई दिल्ली। जमीयत-ए-उलेमा हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने साफ़ किया है कि उन्होंने मौलाना सलमान नदवी पर कोई टिप्पणी नहीं की है और ना ही करते हैं। मौलाना नामवर आलिम-ए-दीन हैं और जो उनको लेकर कोई मेरे हवाले से खबर चली है वह बेबुनियाद है।
मैं ऐसी राजनीति में शामिल नहीं होना चाहता हूं। मौलाना अरशद मदनी के मसले को लेकर उन्होंने कहा कि आज समय इस मामले को हल करने का है ना कि इस पर नुक्ताचीनी का। मेरी हमेशा से यही कोशिश रही है कि कौम के अंदर इत्तेफाक पैदा हो और इस मामले में जो भी गलतफ़हमियाँ हुईं हैं उनको दूर किया जाना चाहिए।
यह मामला दुरुस्त होना चाहिए। बाबरी मस्जिद के सम्बन्ध में मौलाना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला होगा जमीयत-ए-उलेमा हिन्द उसको स्वीकार करेगी और अब मौलाना सलमान नदवी भी यह ही कह रहे हैं इसलिए ऐसी बातों पर कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए।
मैंने पहले भी कहा था कि मौलाना के साथ बैठकर बात की जाती तो यह हालात ही पैदा नहीं होते। जब खुद मौलाना ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने की बात कह दी है तो कोई मसला ही नहीं रह गया है।