वाराणसी: अयोध्या में राम मंदिर की निर्माण के लिए सुलह की पहल करने वाले आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर को एक बार फिर से झटका लगा है। आर्ट ऑफ़ लिविंग की ओर से पिछले दिनों वाराणसी में आयोजित संत समागम कार्यक्रम में निमंत्रण के बावजूद मुस्लिम और इसाई संगठनों के धार्मिक नेता शामिल नहीं हुए।
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जिसकी वजह से उन संगठनों से अयोध्या मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं हो सकी। दूसरी ओर साधू संत के बैठक में मुस्लिम और इसाई धार्मिक नेताओं के शामिल नहीं होने से बेफिक्र आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर ने कहा कि विवाद समाधान करने के लिए उन्होंने लगभग 6 महीने पहले ही कोशिश शुरू की थी।
इस बीच लोगों के सकरात्मक रुख सामने आयेंगे। श्री श्री रवि शंकर ने कहा कि आपसी भाईचारे कायम रखते हुए संबंधित पक्षों की राय और लगभग 100 करोड़ लोगों के जज्बात के मुताबिक काबिले कुबूल फैसला होने का उन्हें उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अब कोई भी पक्ष इस विवाद को आगे बढ़ने नहीं देना चाहता है। उसकी वजह से उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही सकारात्मक नतीजे सामने आयेंगे।