पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने अपने पद से इस्तीफा देने और राजनीति से संन्यास लेने की पेशकश की थी। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के बाद उन्होंने अपना मन बदल लिया।
बाबुल सुप्रियो ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। सुप्रियो ने सोमवार को सिलसिलेवार तरीके से किए कई ट्वीट में पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी किसी भी तरह से सत्ता में बने रहना चाहती हैं।
मुंबई और दिल्ली में मैं बहुत अच्छा जीवन बिता रहा था लेकिन राजनीति में आने के बाद यहां मुझे घृणा की राजनीति, मानवता की बजाय अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक का सामना करना पड़ रहा है। इसने मुझे गहरी निराशा में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम और हिंदू दोनों ही आग से खेल रहे हैं। हम-तुम फिल्म के टाइटल सांग के लिए गलत तरीके से फिल्म फेयर नहीं दिए जाने पर मैं दो बार अजमेर शरीफ गया था। इसे भी इसलिए अब सांप्रदायिक बताया जा रहा है क्योंकि वह तुष्टीकरण की राजनीति के खिलाफ खड़े हुए हैं। मुझे हिंदुओं के लिए लड़ने वाला बताया जा रहा है।