दार्जिलिंग में हालात ख़राब, GJM के कार्यकर्ता हुए बेक़ाबू, सेना बुलाई गई, चैनलों पर रोक

दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहली कैबिनेट बैठक के स्थान के पास गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के चार वाहनों को आग लगा दी और सुरक्षा बलों पर पथराव किया, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और स्थिति के नियंत्रण में नहीं आने पर आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। स्थिति बेहद खराब होते हुए देख कर सेना को तलब कर लिया गया है और क्षेत्र में स्थानीय समाचार चैनलों के प्रसारण पर भी रोक लगा दी गई है।

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उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने लगभग 45 साल में पहली बार कोलकाता से बाहर कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। जीजेएम के कार्यकर्ताओं ने चौराहे के पास भानु भवन के पास हिंसक प्रदर्शन किया और पुलिस की चार वाहनों को आग लगा दी।

न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने वहां लगे बेरिकेड को तोड़कर राजभवन की ओर जाने की कोशिश की, जहां मुख्यमंत्री, सभी कैबिनेट मंत्री और चोटी के आईएएस और आईपीएस अधिकारी मौजूद थे।

प्रदर्शनकारी दोपहर साढ़े 12 बजे से धरने पर बैठे थे। इसके बाद वह राजभवन की ओर बढ़ने लगे, जिस पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया जिन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद भी जब प्रदर्शनकारियों नहीं माने तो पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

पुलिस ने सुरक्षा के लिए राजभवन को चारों ओर से घेर लिया है। झड़पों के कारण पर्यटक भी बाहर नहीं दिखे। जीजेएम समर्थकों ने गोरखा के लिए एक अलग राज्य की मांग के दबाव बनाने के लिए रैली का आयोजन किया था।