ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर उनसे मांग की है कि रमज़ान में मुस्लिम कैदियों के लिए सेहरी और इफ्तार का उचित प्रबंध किया जाए।
मौलाना बदरुद्दीन ने अपने पत्र में कहा है कि रोज़ा रखने वाले मुस्लिम कैदियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरकार के इस कदम से उन्हें आसानी हो जाएगी। उन्होंने अधिक मांग कि है कि चूंकि मुसलमानों का इस बात पर विश्वास है कि रमजान रहमत और बरकत का महीना है और इस महीने में अल्लाह की विशेष इनायत होती है। इसलिए इस मुबारक महीने में रोजेदार कैदियों से ज्यादा मेहनत वाला काम न लिया जाए और उनसे नरमी का मामला किया जाए।
उन्होंने आगे लिखा कि देश की जेलों में हजारों मुस्लिम कैदी हैं, जो रमज़ान का रोज़ा रखते हैं और केंद्र सरकार की ओर से इस संबंध में गाईडलाईन मौजूद है कि इन के लिए सेहरी और इफ्तार का इंतजाम किया जाए।
इसके बावजूद कई जेलों में इस पर अमल नहीं किया जाता है, बल्कि रमजान में न केवल उन्हें आम दिनों वाला खाना दिया जाता है बल्कि रोज़ेदार कैदियों को तंग भी किया जाता है।
मौलाना ने इन सब बातों का हवाला देते हुए मांग की है कि इस सिलसिले में देश के सभी जेलों के ज़िम्मेदारों को विशेष निर्देश दिया जाए कि रोज़ा रखने वाले मुस्लिम कैदियों को सेहरी के समय दूध आदि और इफ्तार के समय फल और शर्बत आदि का इंतजाम किया जाए। और उन्हें एक साथ इकट्ठा होकर जमाअत के साथ नमाज़ अदा करने की अनुमति दी जाए।