बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी ने ‘समलैंगिक’ लड़की’ को पागल बताकर हॉस्टल से निकाला, कहा- इलाज कराओ

उत्तर प्रदेश: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के महिला महाविद्यालय की एक छात्रा को समलैंगिकता और अनुशासहीनता के आरोप में हॉस्टल से निकाल दिया गया है।

कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इस छात्रा का सेक्शुअल बिहेवियर हॉस्टल के डिसिप्लिन को बिगाड़ रहा था। उस लड़की से ये भी कहा गया कि अपने समर्थन में एक कागज़ पर सिग्नेचर लेकर आओ जिसपर लिखा हो कि तुम समलैंगिक नहीं हो। ये छात्रा यहाँ बीए हॉनर्स में पढ़ती है।

संस्थान की अनुशासन समिति के एक सदस्य ने नाम न देने की शर्त पर बताया कि इस छात्रा के खिलाफ दूसरी छात्राओं ने “उत्पीड़न करने की शिकायत” की थी। लेकिन असिस्टेंट प्रोफेसर और पांच हॉस्टलों की चीफ कॉर्डिनेटर नीलम आरती का कहना है कि इस छात्रा के खिलाफ 16 लड़कियों ने उनके साथ गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया है।

जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने लड़की के घरवालों को बुलाया और उसका इलाज करवाने की सलाह दी गई। कॉलेज प्रशासन ने लड़की से इस बारे में अभी तक कोई पूछ ताछ नहीं की है। उनका बस यही कहना है की छात्रा को कोई दिमागी बीमारी है।

वहीं कॉलेज प्रशासन का समलैंगिक वाली खबरों को झुठलाते हुए ये सफाई दे रहा है कि जो लोग ऐसी बात फैला रहे हैं, उनका मकसद और कुछ नहीं बल्कि वे यूनिवर्सिटी का नाम खराब करना चाहते हैं।