पश्चिम बंगाल में होने वाले नगरपालिका चुनावों में बीजेपी कोई मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारेगी। टीएमसी द्वारा कथित तौर पर धमकी देने के कारण बीजेपी के दो अल्पसंख्यक उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए थे।
बीजेपी ने कहा कि वो तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती है इसलिए किसी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव में नहीं उतार रही है ।
बीजेपी की बंगाल इकाई को भरोसा है कि इस फ़ैसले से जनता के बीच ये संदेश जाएगा कि बीजेपी तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करती है ।
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष अली हुसैन ने पीटीआई से कहा कि “हमने पंसकुरा नगरपालिका में दो अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। लेकिन टीएमसी की धमकी के कारण, उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था इसलिए हमने फैसला किया है कि हम किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को नहीं उतारेंगे क्योंकि इन नागरिक निकायों के अधिकांश वार्डों में बड़ी मुस्लिम आबादी नहीं है।
हालांकि तृणमूल नेता सुवेंदु अधिकारी ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से नकार दिया है। सुवेंधु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं ।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को भी यही लगता है कि पार्टी के इस क़दम से बंगाल की जनता में सहीं संदेश जाएग। घोष ने कहा कि कांग्रेस और टीएमसी की तरह तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करते हैं। बीजेपी के एक अन्य नेता ने कहा कि हमने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा था और हमें बड़ी कामयाबी मिली थी।
पश्चिम बंगाल की दुर्गापुर नगर निगम, जलपाईगुड़ी में धुपुगुरी और दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर में नगर निगम के चुनाव हैं ।
पूर्व मिदनापुर में दो नगर पालिकाओं भी 18 वार्डों के साथ पंसकुरा और 29 वार्डों के साथ हल्दिया में चुनाव हो रहे हैं ।
कूपर के शिविर और बीरभूम के नालहाटी नगर पालिका में 16 वार्डों में चुनाव होंगे । झग्राम में हुग्ली और झारग्राम नगरपालिका के चंपडाणी नगर पालिका में दो वार्डों में दो उप-चुनाव होंगे।
सात नागरिक निकायों का चुनाव 13 अगस्त को होगा और परिणाम 17 अगस्त को घोषित किए जाएंगे।