बरेली। यूपी विधानसभा चुनाव में लगातार राजनीतिक दलों के समर्थन और विरोध का सिलसिला जारी है। अखिलेश सरकार में हुए दंगों के कारण मुस्लिम संगठनों ने मायावती को समर्थन करना शुरु कर दिया है और सपा- कांग्रेस गठबंधन को वोट नहीं देने के लिए मुसलमानों से अपील भी कर रहे हैं।
अब बरेली शरीफ की आला हजरत दरगाह के सज्जादानशीन ने चुनावों में समाजवादी पार्टी का विरोध करने का ऐलान किया है। कानपुर पहुंचे सज्जादानशीन मौलाना तसलीम रजा खां ने कहा कि पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी का समर्थन करना उनकी भारी चूक थी, जिसका खामियाजा पूरे पांच साल मुसलमानों को उठाना पड़ा।
कानपुर में मुस्लिम समुदाय के नेताओं से मुलाकात के बाद उन्होंने बीएसपी को समर्थन देने की घोषणा की। जानकारों का कहना है कि राज्य में अनगिनत दंगो ने उनका अखिलेश सरकार से मुह भंग कर दिया है।
जो संगठन पिछली बार सपा को समर्थन दिए थे वो आज मायावती को समर्थन देने के लिए मजबूर हैं। अब देखना यह है कि मुस्लिम समुदाय किसके तरफ़ जाते हैं।