एमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदउद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर श्मशान और कब्रिस्तान का ज़िक्र कर चुनावो में ध्रुवीकरण का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश चुनावो की जीत ख़ास जीत है। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2017 में बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि श्मशान और कब्रिस्तान की लड़ाई में यूपी में श्मशान की जीत हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सभी को एक तरफ चलने को मजबूर कर रही है, यह हमे मंज़ूर नहीं है। ओवैसी ने कहा कि चुनाव परिणाम सिर्फ कुछ ख़ास वर्ग के लिए विकास है सभी के लिए नही है।
ओवैसी के इस आरोप का जवाब देते हुए जम्मू कश्मीर के समाज कल्याण मंत्री सज्जाद लोन ने कहा कि आप लोकतंत्र की जीत पर सवाल नहीं उठा सकते हैं। मैं इससे सहमत नहीं हूं कि उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजे खास थे।
भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धि ने ओवैसी को जवाब देते हुए कहा कि यूपी में बड़ी संख्या में मुसलमानों ने बीजेपी को वोट दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र बेहतरीन और विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र रहा है। एक विचारधारा को सबपर थोपना भारत में संभव नहीं है। भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। इसे कोई नष्ट नहीं कर सकता। वहीं विख्यात समाजशास्त्री दीपांकर गुप्ता ने कहा कि विपक्ष को एक वैकल्पिक बातचीत की जरूरत है।
बीजेपी के विकास को रोकने के लिए बीजेपी-विरोधी विचारों की जरूरत नहीं। यह कांग्रेस या कांग्रेस के बिना भी हो सकता है।