केरल हाईकोर्ट ने क्रिकेटर एस श्रीसंत से क्रिकेट खेलने पर लगे लाइफ टाइम बैन को हटा लिया है । स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था ।सोमवार को केरल हाई कोर्ट ने बीसीसीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया है।
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने भी इस खिलाड़ी पर लगे आजीवन प्रतिबंध को हटाया था। श्रीसंत पर यह प्रतिबंध आईपीएल-6 (2013 ) स्पाट फिक्सिंग में शामिल पाए जाने पर लगा था।
बैन हटाए जाने से खुश श्रीसंत ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘भगवान महान है… समर्थन और प्यार के लिए शुक्रिया!’ क्रिकेट में बैन लगने के बाद श्रीसंत ने राजनीति में भी अपनी किस्मत आज़माई और केरल विधानसभा चुनावों में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए।
God is great..thanks for the all the love and support pic.twitter.com/THyjfbBSFv
— Sreesanth (@sreesanth36) August 7, 2017
श्रीसंत पहले इस साल केरल के एर्नाकुलम क्लब के दो दिनी फर्स्ट डिविजन मैच से वापसी करने वाले थे । इससे पहले श्रीसंत को स्कॉटलैंड में क्लब क्रिकेट भी खेलना था, लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें इसके लिए एनओसी नहीं दिया था।
बीसीसीआई के बैन से नाराज श्रीसंत ने कहा था, ‘जब मेरे आजावीन प्रतिबंध के बारे में कोई आधिकारिक लेटर नहीं है, तो क्यों अंपायर मुझे खेलने से रोकेंगे? जब मैं तिहाड़ जेल में था, तो मुझे सिर्फ एक सस्पेंशन लेटर मिला था।
उस वक्त श्रीसंत ने कहा था, ‘सस्पेंशन लेटर सिर्फ 90 दिनों के लिए वैध होता है। आज तक बैन को लेकर मुझसे औपचारिक स्तर पर संवाद नहीं हुआ है। मुझे क्रिकेट खेलने से रोकना मेर संवैधानिक अधिकारों का हनन है।’
16 मई 2013 को श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के उनके दो अन्य साथी खिलाड़ी (अजित चंदीला और अंकित चव्हाण) गिरफ्तार हुए थे। आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप दिल्ली पुलिस ने इन तीनों को मुंबई में गिरफ्तार किया था।