बशीरहांट: पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्रों में गुरुवार को हिंसा भड़कने के बाद स्थानीय मुस्लिम नेताओं ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया है। मुस्लिम नेताओं का कहना है कि भाजपा और आरएसएस की उपस्थिति की वजह से मुसलमानों के खिलाफ देश भर में हिंसा में वृद्धि हुई है।
इसके साथ ही नेताओं ने पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि पुलिस भी कुछ नहीं कर रही है। अगर उनसे शिकायत की जाती है तो वह हमें ही गिरफ्तार कर लेते हैं।
इस बीच जनसतता की एक रिपोर्ट के अनुसार आरएसएस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा है कि उन्होंने मुसलमानों को निशाना बनाया है। आरएसएस कार्यकर्ताओं के खिलाफ आगजनी के अलावा मुसलमानों के घर में तोड़फोड़ करने के 68 मामले दर्ज किए गए हैं।
खबर के मुताबिक एक स्थानीय मुस्लिम नेता ने कहा कि कई वर्षों से दोनों समुदाय के लोग एक साथ रह रहे थे, लेकिन कुछ समय से दोनों में काफी तनाव बढ़ गया है।
एक धार्मिक संगठन के अध्यक्ष अब्दुल मतीन के अनुसार इन क्षेत्रों में पहले कभी भी आरएसएस गतिशील नहीं हुआ था। लेकिन अब भाजपा और आरएसएस की क्षेत्रों में उपस्थिति बढ़ रही है।
यही कारण है कि राज्य और देश में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा बढ़ रहे हैं। इन की वजह से देश का मुसलमान खुद को असुरक्षित महसूस करता है।