इंदौर में जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का विरोध हुआ उन्हें काले झंडे दिखाए गए । बुधवार शाम को आनंद मोहन माथुर सभागृह में आयोजित होने वाले व्याख्यान कार्यक्रम के पहले कार्यक्रम स्थल पर भारत स्वाभिमान मंच कार्यकर्ताओ ने जम कर हंगामा किया।
हिंदूवादी संगठन कन्हैया के कार्यक्रम को रद्द करने की मांग कर रहे थे । पुलिस ने संगठन के नेताओ से बात करने की कोशिश की और उन्हें अदर जाने से रोका । इसके बाद पुलिस और कार्यकर्ताओ में जम कर बहस हुई तभी कुछ कार्यकर्ताओ ने लाठी और डंडा से साथ में ही खड़ी कारों के कांच फोड़ दिए जिसके बाद पुलिस ने भी कार्यकर्ताओ पर हल्का बल प्रयोग कर मौके से खदेड़ा।
AISF-AIYF ने इस हमले की निंदी की है । संगठन ने कहाकि हम इस तरह के हमलों से डरने वाले नहीं हैं । कार्यक्रम में कन्हैया कुमार ने चेतावनी देते हुए कहाकि इंदौर में ही अगला कार्यक्रम दशहरा मैदान में किया जाएगा। इनको लगता है कि किसी को देशद्रोही, नक्सली पाकिस्तानी कह देंगे तो हम डर जाएंगे। हमें किसी बात का डर नहीं है। अब हम रुकने वाले नहीं हैं। अब हम आंदोलन की शुरुआत इंदौर की धरती से ही करेंगे ।
स्टूडेंट फेडरेशन ने 15 जुलाई से सद्भावना यात्रा (लांग मार्च) शुरू की है। यह यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात होते हुए मध्यप्रदेश में भी सफर तय करेगी। यात्रा बुधवार को इंदौर पहुंची थी। इसी यात्रा में कन्हैया कुमार भी शामिल हुए। यात्रा का उद्देश्य लोगों में सांप्रदायिक सद्भाव, एकता और समानता की भावना जगाना है। यात्रा भारत-पाक सीमा के आखिरी गांव हुसैनीवाला में 12 सितंबर को खत्म होगी।