‘भंवरी देवी जिंदा है और बेंगलुरु में रह रही है’

जोधपुर: भंवरी देवी हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। भंवरी देवी हत्याकांड की आरोपी इंदिरा बिश्नोई ने शनिवार को खुलासा किया कि भंवरी देवी मरी नहीं बल्कि जिंदा है और बेंगलुरु में रहती है। इसके इलावा बिश्नोई के वकील ने भी इस बात का समर्थन किया है और कहा है कि सीबीआई ने नहर से जो हड्डियां बरामद की थीं, वह भंवरी की नहीं थी। उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक रिपोर्ट में भी कोई निष्कर्ष सामने नहीं आया था।

बिश्नोई के वकील ने कहा, “यह कथन सीबीआई का है कि भंवरी देवी मर चुकी है और इसका आधार गवाहों के बयान हैं। सीबीआई ने दावा किया था कि नहर में कुछ हड्डियां मिली हैं और वह भी भंवरी के गायब होने के चार महीने बाद।” उन्होंने कहा, “हड्डियों की जांच रिपोर्ट में कुछ स्पष्ट नहीं हुआ था, जिसका मतलब है कि भंवरी जीवित भी हो सकती है।”

गौरतलब है कि छह साल से फरार चल रही इंद्रा विश्नोई को 2 जून को मध्यप्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया गया था। बिश्वनोई पर 5 लाख का इनाम था। बता दें कि इंदिरा बिश्वनोई के भाई और पूर्व विधायक मलखान सिंह से भंवरी देवी के रिश्ते थे। भंवरी देवी के एक बेटी भी है और जांच से यह साबित हुआ है कि वो मलखान की बेटी है। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे महिपाल मदेरणा की भंवरी के साथ सीडी थी। भंवरी मलखान से पैदा हुई बेटी का हक मांगने की धमकी दे रही थी।

बिश्नोई ने भंवरी को रोकने और मदेरणा समेत अन्य नेताओं की सीडी छीनने के लिए रिश्तेदार सोहनलाल के साथ भंवरी के अपहरण की साजिश रची जिसमें मलखान और महिपाल भी शामिल थे। भंवरी का अपहरण 1 सितंबर 2011 को किया और उसकी हत्या कर दी गई।

केस के शुरूआती दिनों में विश्नोई से सीबीआई ने दो-तीन बार पूछताछ की। तब मीडिया से कहा था कि वह मुंह खोलेगी तो कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे। इसके बाद, 3 दिसंबर 2011 को बिश्नोई अचानक से फरार हो गई। कोर्ट ने अप्रैल 2012 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया जिसके बाद पुलिस उसके तलाश में थी।